नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका ब्लॉग्गिंग सीरीज के एक और शानदार आर्टिकल में झा हम बात करेंगे Pillar Post kya hai या फिर Pillar Content क्या है जितने भी लोग ब्लॉग्गिंग करते है उन्हें ये जरूर पता होना चाहिए की की ये क्या है इसका प्रयोग कैसे करते है क्युकी SEO के नजरिए से इसे भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर में गिना जाता है |
Pillar Post जैसा इसके नाम से ही पता चल रहा है जिन बुनयादी पोस्ट होती है जिनके कई पार्ट होते है उन्हें Pillar Post कहा जाता है | आम तौर पर सभी तरह के ब्लॉगर जिसका प्रयोग नही करते लेकिन जो ब्लॉगर अपने निच से ही जुड़े पोस्ट सिर्फ पब्लिश करते है और उसपे बहुत डीप टॉपिक्स पे कंटेंट बनाकर पब्लिश करते है वो ब्लॉगर Pillar Post का प्रयोग कर पाते है |
चलिए जानते है Pillar Post Kya Hai क्यों ये जरूरी है कैसे हम इसे बना सकते है और साथ में Pillar Post से जुड़े कुछ अन्य सवालों के जवाब जानेगे आपसे अनुरोध है आप इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े जिससे आपको आपको Pillar Post बेहतर तरीके से समझ आ सके और आपभी अपने ब्लॉग में इसका प्रयोग करके इसका लाभ ले सके |
पिलर पोस्ट क्या है? (What Is Pillar Post?)
किसी ऐसे विषय पे लिखना जिससे और भी कंटेंट के विषय निकलते हो और बाद में आप उन विषयों पे भी कंटेंट लिखे तो मुख्य पोस्ट जिससे आपने शुरुआत की थी उसे Pillar Post कहते है |
वैसे इसे सरल भाषा में ही हमने जाना है लेकिन और भी सरल भाषा में समझे तो कोई ऐसी पोस्ट जिसके कई पार्ट हो उसे हम पिलर पोस्ट कहते है | जैसे-
उदाहरण 1 :- आपने विषय चुना Search Engine Optimization अब यह आपकी पिलर पोस्ट होगी क्युकी इसके बहुत से पार्ट बनेगे जैसे – On-Page SEO Best Guide, Off-Page SEO Complete Information, Importance of Technical SEO इसी तरह से इसके कई पार्ट बनेगे और सबमे अलग-अलग आर्टिकल लिखे जाएगे |
उदाहरण 2 :- मान लिगिए आपकी निच है हेल्थ आपने टॉपिक चुना Body Fat अब आप सबसे पहले Body Fat पे एक आर्टिकल लिखेंगे जो आप Pillar Post के रूप में लिख सकते है जिसपे आप विस्तार से बॉडी फैट के बारे में बताएगे अब आप उसपे कुछ इस तरह पार्ट बनाकर उसपर भी आर्टिकल लिख सकते है – बॉडी फैट कैसे कम करे, बॉडी फैट बढ़ने के मुख्य कारण, बॉडी फट कम करने की एक्सरसाइज, बॉडी फैट कम करने की डाइट आदि |
इस तरह की पोस्टो में Internal Linking का विशेष ध्यान रखना पड़ता है और इसमें सिर्फ आपस में रेलेवेंट पोस्टो पे ही इंटरनल लिंकिंग की जाती है जिससे यूजर को उस टॉपिक से जुडी पूरी जानकार मिल सके साथ ही साथ सर्च इंजन के Bots को भी पोस्ट का Path सही से मालूम चलता है |
अब शायद आपको Pillar Post समझ में आ गया होगा तो चलिए आगे ये भी देख लेते है की इसके फायदे क्या-क्या है |
पिलर पोस्ट के फायदे क्या क्या है? (What are the Benefits of pillar post?)
चलिए एक एक करके देखते है Pillar Post से क्या-क्या फायदे है :-
1- जब आप अपनी वेबसाइट में Pillar Post का प्रयोग करते है इससे आपकी वेबसाइट में विजिटर ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करता है क्युकी उसको अपने मतलब का ज्यादा कंटेंट पढने को मिल पाता है |
2- इससे आपकी वेबसाइट का बाउंस रेट कम होता है क्युकी आपके पोस्ट में विजिटर समय ज्यादा देता है और आपकी वेबसाइट का CTR यानि Click Through Rate बढ़ने लगता है | और इसका सीधा असर वेबसाइट की रैंकिंग में देखने को मिलता है |
3- Pillar Post अधिकांश Search Engine Result Page पे ऊपर रैंक करती है क्युकी इसमें ज्यादा जानकारी होने के कारण Backlinks की भी संख्या ज्यादा होती है और रैंकिंग ऊपर मिलने के कारण इसमें Traffic Increase हो जाता है |
4- जब कोई भी विजिटर आर्टिकल पढने के बाद उसे अपने Social Media Platform में शेयर करता है तो Pillar Post होने के कारण वह एक बैकलिंक बन जाती है और इससे भी भी Traffic Increase होता है |
5- Pillar Post को सर्च इंजन भी साधारण पोस्ट के अपेक्षा ज्यादा तवज्जो देता है जिससे इस तरह की पोस्ट में हमेशा कुछ न कुछ Traffic आता ही रहता है और इसके सहारे आपके अन्य पोस्ट जो इससे जुडी पोस्ट है उसमे भी ट्रैफिक जाने लगता है |
पिलर पोस्ट करने का सही तरीका क्या है ? (What is the correct way to Publish Pillar Post?)
चलिए Step By Step समझते है की कैसे आप बेहतर पिलर पोस्ट को बनाएगे और उसके बाद क्या क्या सेटिंग आप उसपे करेंगे और कैसे उसे आप पब्लिश करेंगे :-
1- Work on Audience Interest
सबसे पहले आपको अपनी ऑडियंस के इंटरेस्ट को बाखूबी समझना पड़ेगा उसपे अच्छे तरह से रिसर्च करनी पड़ेगी | बहुत से ब्लॉगर कोई रिसर्च नही करते चीजो को अच्छी तरह से analyze करते और फिर कुछ समय में जब उन्हें अच्छे रिजल्ट नही मिलते तो चीजो को दोष देते है और काम छोड़ देते है इसलिए चीजो को analyze करना बहुत ही जरूरी है जिससे आप ज्यादा समय तक किसी काम को कर सके और उसके अच्छे रिजल्ट मिल सके |
आपको सबसे पहले ये देखना जरूरी है की जो ऑडियंस आपके आर्टिकल को पढ़ती है वो अधिकांश किस Age Group की है उनका interest किस तरह से चीजो को पढना चाहते है किस तरह की लिखावट को वो पसंद करते है कैसे उदाहरण उन्हें ज्यादा पसंद आते है इसी तरह आपको सभी चीजो को analyze करना है और उसपे काम करना है |
उसके बाद आपको मार्केट रिसर्च करनी है मार्केट पे किस तरह के सवाल पूछे जा रहे है अन्य लोग उसपे कितना बड़ा और क्या क्या कंटेंट डाल रहे है किस टॉपिक में किस-किस तरह के सवाल पूछे जा रहे है और उन सर्च पे सर्च इंजन के पास क्या के डाटा पड़ा है इस सभी चीजो को अच्छी तरह से देखना है |
2- Keyword Research
जिस भी टॉपिक पे अब आप आर्टिकल लिखना चाहते है उसपे कीवर्ड रिसर्च करे उस टॉपिक में कौन-कौनसे कीवर्ड है जिनपे वो रैंक कर रहा है | किस कीवर्ड का कितना सर्च वॉल्यूम है ये सारी चीजे देखनी है | आप चाहे तो बहुत से टूल्स है फ्री और पेड उनपे आप डाटा को पूरा analyse कर सकते है जैसे-
आप यदि फ्री में कीवर्ड रिसर्च करना चाहते है तो गूगल के टूल Google Trends Free Keyword Research Tools से जाकर आसानी से कीवर्ड रिसर्च कर सकते है और उन्हें अच्छी तरह analyse कर सकते है | कुछ ऐसे भी टूल है जो थोड़े समय फ्री में कीवर्ड रिसर्च की परमिशन देते है उसके बाद फिर वो पैसे लेते है जैसे Ubersuggest, Ahref, Semrush आदि |
आपने यूजर इंटेंट को समझा उसके बाद आपने मार्केट में क्या चल रहा है डिमांड क्या है किस तरह के कंटेंट सर्च इंजन में मौजूद है उसे देखा उसके बाद आपने कीवर्ड रिसर्च की और फिर आपने चुने हुए कीवर्ड के ऊपर कंटेंट की शुरुआत की अब देखते है किस तरह से आपको कंटेंट लिखना है |
3- Write High Quality Content
वैसे मैंने हाई क्वालिटी कंटेंट कैसे लिखे इसपर एक अलग से पोस्ट लिखा हुआ है जिसपर बहुत ही विस्तार से बताया है कैसे आप अपने ब्लॉग में हाई क्वालिटी कंटेंट लिख सकते है चलिए Pillar Post में किन किन चीजो का प्रयोग करना होता है या किन चीजो का विशेष ध्यान रखना होता है ये जान लेते है |
Pillar Post भी अन्य पोस्ट की तरह लिखी जाती है बस उसमे कुछ चीजो का ध्यान रहना होता है जैसे –
- आपका कंटेंट 2100 Words से ज्यादा ही होना चाहिए |
- Headlines को गलत तरह से न लिखे (H1 Tag का प्रयोग सिर्फ Tittle में करे)
- आपके कंटेंट का स्ट्रक्चर सही होना चाहिए |
- आपके कंटेंट में कीवर्ड का सही तरीके से प्रयोग होना चाहिए |
- आपके कंटेंट में पॉवर वर्ड्स का भी प्रयोग होना चाहिए |
- कंटेंट में FAQ और Table of Content जरूरी है |
- उस Keyword से जुड़े दिटने भी टॉपिक्स है वो उन सभी के बारे में कंटेंट में आप बताए |
- एक आकर्षक टाइटल और डिस्क्रिप्शन लिखे |
- बहुत बड़े पैराग्राफ न लिखे | क्युकी उसी यूजर को पढने में दिक्कत होती है |
- Table बनाकर चीजो को समझाए |
- फोटो और विडियो का प्रयोग करे |
- फोटो और विडियो का Alt Text जरुर लिखे |
- Internal Linking करे |
- Bullets Points का प्रयोग करे |
- चीजो को उदाहरण देके समझाने की कोशिश करे |
- समय समय पर उसे अपडेट भी करे |
- पब्लिश करने के बाद उसे सोशल मीडिया में शेयर जरुर करे |
Conclusion of Pillar Content
यदि हम बहुत ही संचिप्त और उदाहरण वाले शब्दों में Pillar Content को जाने तो यह एक पेड़ के समान है और अन्य पोस्ट जो इससे रिलेटेड है वो इसकी साखाए है जो इससे जुडी हुई है बुनियाद Pillar Content ही है जिसपे प्रारंभिक बाते बताई गयी है और उन्हें जानना सबसे ज्यादा जरूरी है उसके बाद जो उसकी टहनिया या साखाए है उसपे Pillar Content के एक-एक टॉपिक को विस्तार से बताया गया है |
ब्लॉग्गिंग छेत्र में यदि आप काम कर रहे है तो आपको भी अपने वेबसाइट में कुछ ऐसी पोस्टो को पब्लिश करना चाहिए जिसे हम Pillar Content कह सके उससे आपको SEO में भी मदद मिलेगी और साथ ही साथ आप बेहतर पोस्ट लिखना भी सीख जाएगे |
FAQ Related to Pillar Content
वेबसाइट में Pillar Post में क्या नया कर सकते है?
बहुत ही बेहतरीन सवाल है की Pillar Post में क्या नया किया जा सकता है –
जो भी आपके मन में आ रहा हो, आपके हिसाब से न्य हो वो सब आप Pillar Post में कर सकते है लेकिन ध्यान रखे आपके कुछ नया करने से आपका SEO स्कोर ख़राब नही होना चाहिए |
आप चाहे तो अपने Pillar Post का एक अलग से पेज बना सकते है और उसको बेहतरीन तरीके से डिजाईन कर सकते है उस पेज में आप सिर्फ उन्ही पोस्टो को रखे जो पोस्ट आपके Pillar Post की Sub Posts है |
Pillar Post कितने Words की होनी चाहिए?
आपकी पिलर पोस्ट 3000-3500 Words की तो होनी ही चाहिए लेकिन यदि आपसे इतना बड़ा कंटेंट नही लिखा जा रहा है तो 2100 Words से कम यदि आप पिलर पोस्ट लिखते है तो बेकार है |
आपका कंटेंट 3500 Words से ऊपर हो रहा है तो कोई दिक्कत नही है लेकिन आपके पोस्ट में टॉपिक कवर होने चाहिए और कुछ भी फ़ालतू या टॉपिक से बाहर का नही लिखा होना चाहिए |
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