यदि आप एक ब्लॉगर, यूटूबर, एफिलिएट मार्केटर, डिजिटल मार्केटर, ऑनलाइन/ऑफलाइन व्यापर या फ्रीलांसर है तो आपने Google Ads का नाम जरुर सुना होगा या फिर हो सकता है आपने अपने काम को बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग भी किया हो लेकिन अगर आपने सिर्फ इसका नाम ही सुन रखा है और आप इसके बारे में नही जानते तो मै आपको बता दू इसकी मदद से बहुत से लोगो ने अपने जिन्दगी में तरक्की हासिल की है, ऐसे बहुत से लोग है जो 8-10 साल से एक ही काम कर रहे थे लेकिन उन्हें तरक्की नही मिल रही थी और Google Ads की मदद से उन्होंने बहुत कम समय में उसी काम में सफलता हासिल की है|
आप भी कम समय में अगर सफल होना चाहते है तो आपको इसके बारे में जरूरी जानना चाहिए लेकिन मै आपको एक चीज पहले ही बता देना चाहता हू ये कोई ऐसा काम नही है जिससे आप रातो रात अमीर हो जाएगे और न ही इसमें बिना काम किए आपको सफलता मिलेगी लेकिन अगर आप इसे सही से सीखते है और आपका जो भी व्यापर है उसपे सही से इसका प्रयोग करते है तो आपको बहुत कम समय में सफलता जरुर मिल जाएगी |
आज हम इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे की Google Ads क्या है कैसे काम करता है इसके कितने प्रकार होते है साथ ही साथ आप इसमें ये भी जानेगे कैसे आपको इसमें फ्री में अकाउंट बनाना है साथ ही साथ 2000 का क्रेडिट का लाभ कैसे आप उठा सकते है और अंत में कुछ छोटे-छोटे सवालों के जवाब आप जानेगे जो आपके मन में चल रहे होंगे और उसी एक साथ आपको कुछ अंतर के बारे में भी पता चलेगा जिससे भविष्य में आपको काफी मदद मिलेगी |
आपको बस अंत तक इस लेख को पढना है जिससे एक-एक चीज आपको समझ आ सके और आपसे सभी सवालों का जवाब मिल सके तो चलिए बिना किसी देरी के शुरू करते है |
गूगल एड्स क्या है? (What is Google Ads?)
गूगल एड्स एक ऐड नेटवर्क प्लेटफॉर्म है जहा अपने बिज़नस को प्रमोट करने के लिए आप पेड ऐड चलाते है जिन्हें गूगल अपनी प्रॉपर्टी, अपने प्लेटफॉर्म व पार्टनर प्लेटफॉर्म में दिखाकर आपके बिज़नस को बढ़ाने में मदद करता है साथ ही साथ वो ऐसे लोगो को आपके बिज़नस को दिखाता है जिन्हें आपके बिज़नस के जुड़े सामान की जरूरत हो व उसे लेना चाहता हो |
साधारण भाषा में समझे – अपने प्रोडक्ट का ऑनलाइन प्रचार कराने के लिए हम इस ऐड नेटवर्क का प्रयोग करते है जिससे हमे हमारे व्यापर/व्यवसाय को आगे बढ़ने में मदद मिल सके |
Google Ads को हम एक और भी नाम से जानते है Google AdWords और यही इसका पुराना नाम भी है जिसे 2018 में गूगल द्वारा बदलकर Google Ads रखा गया, गूगल के अनुसार उसकी 95% से ज्यादा की कमाई सिर्फ गूगल एड्स से होती है |
Google Ads गूगल को सबसे अधिक पैसा देने वाला उसीका एक प्रोडक्ट है जो एक बिचौलिए/मीडिएटर का काम करता है कस्टमर से एड्स लेकर उन्हें दूसरे प्लेटफॉर्म्स को दे देता है और बीच में अपना कमीशन लेता है |
गूगल एड्स कैसे काम करता है (how google ads works)
आपने जाना गूगल एड्स क्या है अब जानते है गूगल एड्स काम कैसे करता है Step by Step इसे समझते है |
Step 1
सबसे पहले इसमें कस्टमर अपना अकाउंट बनाता है उसके बाद वो सुनिश्चित करता है की उसे किस तरह का ऐड बनाना है, उसके बाद वो कैमपेंन बनाता है और गूगल एड्स को दे देना है साथ ही साथ वो पैसा देता है की इतने पैसे में आप मेरा कम्पेंन चलाओ | गूगल सभी तरह की जानकारी दे देता जैसे-
- किस तरह का ऐड है
- कितने उम्र के लोगो को दिखाया जाए
- किस समय दिखाया जाए दिन या रात
- किन किन देशो में शहरो में दिखना चाहिए
- भाषा कौन कौन सी होनी चाहिए
- फ़ोन, लैपटॉप, कंप्यूटर, या फिर टेबलेट किन डिवाइस में दिखाना चाहिए
- जिन लोगो को ऐड दिखे उनकी आमदनी कितनी होनी चाहिए
- एक इंसान को ऐड दिखाने में आप कितना पैसा दे सकते है
- बहुत ही बारीक जानकारी गूगल एड्स मांगता है जिससे ज्यादा से ज्यादा रिजल्ट दे सके
Step 2
पूरा ऐड बनके गूगल के पास पहुच गया अब गूगल एड्स ये उसे अपनी प्रॉपर्टी, अपने प्लेटफॉर्म, पार्टनर प्लेटफॉर्म में एड्स को दिखाएगा, इसके पास बहुत बड़ा डाटा बेस इसमें इसके सभी कस्टमर का डाटा है की वो क्या सर्च करता है, क्या-क्या उसे पसंद है, उसकी बहुत सी डिटेल्स उसके पास है तो आपका ऐड सिर्फ उन्ही लोगो को दिखेगा जिन्हें आपके प्रोडक्ट में दिलचस्पी हो या उन्हें जरूरत है |
Step 3
जो ऐड आप चलाते है उसका गूगल एड्स पैसा लेना है और उस पैसे का 35% वो अपने पास रखता है और 65% वो उन सभी लोगो को दे देता है जिनके प्लेटफॉर्म्स में आपका ऐड दिखाया गया जैसे- ब्लोग्स, यूटूब चैनल्स, ऐप्स |
गूगल प्रॉपर्टी, प्लेटफॉर्म और पार्टनर प्लेटफॉर्म क्या है (What is Google Property, Platform and Partner Platform)
गूगल प्रॉपर्टी (Google Property)
जिसमे गूगल का पूर्ण रूप से मालिकाना अधिकार है उसे गूगल प्रॉपर्टी कहते है
जैसे- गूगल सर्च इंजन, क्रोम वेब ब्राउज़र आदि
गूगल प्लेटफॉर्म (Google Platform)
जो भी गूगल की वेबसाइट/ऐप/सॉफ्टवेयर है जिसे किसी खास पर्पस के लिए बनाया गया है उन्हें गूगल प्लेटफॉर्म कहते है
जैसे- गूगल मैप्स, एंड्राइड सॉफ्टवेयर, गूगल लेंस आदि
गूगल पार्टनर प्लेटफॉर्म (Google Partner Platform)
जो प्लेटफॉर्म गूगल एडसेंस से एप्रूव्ड होते है वो सभी गूगल पार्टनर प्लेटफॉर्म कहलाते है
जैसे- ब्लोग्स/वेबसाइट, यूटूब चैनल, एप्स आदि
गूगल एड्स कैमपेंन कितने प्रकार के होते है? (What are the types of Google Ads?)
मुख्य 6 प्रकार के गूगल एड्स होते है
- सर्च ऐड कैमपेंन (Search Ad campaign)
- डिस्प्ले ऐड कैमपेंन (Display Ad campaign)
- शॉपिंग ऐड कैमपेंन (Shopping Ad campaign)
- वीडियो ऐड कैमपेंन (Video Ad campaign)
- ऐप ऐड कैमपेंन (App Ad campaign)
- स्मार्ट ऐड कैमपेंन (Smart Ad campaign)
1. सर्च ऐड कैमपेंन (Search Ad campaign)
सर्च ऐड टेक्स्ट एड्स होते है जो गूगल के सर्च इंजन पे टाइप करके खोजने पे उसके SERP पे दीखते है
जैसे- आपने गूगल पे सर्च किया best food तो आपको कुछ इस तरह के ऐड देखने को मिलेंगे
सर्च ऐड के फायेदे ये है की आपको SEO के जरिए अपने ब्लॉग को पहले SERP पे rank कराने में बहुत समय लगता है लेकिन यदि ब्लॉग में सर्च ऐड लगाते है तो बहुत कम समय में वो पहले पेज में रैंक हो सकते है |
2. डिस्प्ले ऐड कैमपेंन (Display Ad campaign)
इन्हें हम बैनर ऐड के नाम से भी जानते है ये एड्स वेबसाइट/ब्लॉग, ऐप्स, यूटूब विडियो में देखने को मिलते है ये एक इमेज के फॉर्म में होते है जिनपे क्लिक करते ही इनके लैंडिंग पेज पे बहुच जाते है |
जादातर इनपे ऑफर्स, डिस्काउंट, और सेल जैसी चीजे लगाई जाती है |
3. शॉपिंग ऐड कैमपेंन (Shopping Ad campaign)
ये भी एक तरह की कैमपेंन है जिसपे प्रोडक्ट की फोटो और उसका रेट और वही खरीदने का बटन दिया होता है डिस्प्ले ऐड से मिलता जुलता ये ऐड होता है लेकिन इसमें लैंडिंग पेज की जगह सेल्स पेज होता है और इसमें बैनर की जगह प्रोडक्ट की फोटो होती है |
4. विडियो ऐड कैमपेंन (Video ad campaign)
ये एड्स अधिक्तर आपने यूटूब के विडियो में देखे होंगे, इन्हें विडियो के शुरुआत, मध्य और अंत में लायगा जाता है ये भी दो प्रकार के होते है 1- जिन्हें हम 5 सेकंड चलने के बाद हटा/स्किप कर सकते है (Skip Ads) 2-जिन्हें हम हटा नही सकते (Non Skip Ads)
5. ऐप ऐड कैमपेंन (App Ad campaign)
जो एड्स प्ले स्टोर में ऐप को प्रमोट करके उसके ऊपर रिजल्ट पेज में दिखाया जाता है उन्हें ऐप एड्स कहते है इसी एक साथ-साथ इसे यूटूब, सर्च इंजन नेटवर्क, गूगल डिस्प्ले नेटवर्क आदि जगहों में दिखाया जाता है जिससे उसे ज्यादा से ज्यादा डाउनलोड करवाया जा सके |
6. स्मार्ट ऐड कैमपेंन (Smart Ad campaign)
इसमें टेक्स्ट और इमेज दोनों तरह के एड्स बनाकर गूगल, गूगल मैप और अन्य वेब नेटवर्क पे दिखाया जाता है इस तरह के ऐड लोकल व्यापर को बढ़ाने के लिए चलाए जाते है |
गूगल पर विज्ञापन क्यों दे? (Why advertise on Google?)
एक एक करके पॉइंट्स के माध्यम से समझते है हमे Google Ads से अपने व्यापर या प्रोडक्ट का प्रचार क्यों करना जरूरी है –
- गूगल दुनिया का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला सर्च इंजन है
- 5 बिलियन प्रश्न रोजाना गूगल पे खोजे जाते है
- 20 साल से Google Ads निरंतर मार्केट में टिका हुआ है और दुनिया का सबसे ज्यादा ऐड भी इसी को मिलता है
- गूगल के अनुशार यदि आप 1 रूपए एड्स पे लगाते है तो आप 8 रूपए तक कमा सकते है
- आपके प्रतिद्वंदी/कम्पटीटर भी Google Ads से अपने व्यापर का प्रचार करते है जिससे आपको भी इसका प्रयोग करना पड़ेगा|
- कुछ प्लेटफॉर्म ऐसे भी है जहा यदि आपको ऐड चलाना है तो आपको Google Ads का ही सहारा लेना पड़ेगा
- इससे पूरी दुनिया में कही भी अपने ऐड को दिखाया जा सकता है बहुत स्पेसिफिक लोगो को ऐड दिखा सकते है
10 गूगल एड्स जरूरी टर्म्स (10 Google Ads important Terms to Know)
ये कुछ टर्म है जो आपको Google Ads को समझने में एड्स चलाने में काफी मदद करेंगे तो चलिए एक-एक करके देखते है ये क्या है और इनका Google Ads में क्या महत्त्व है
1. AdRank
इसका आसान सा मतलब है आपके ऐड की रैंकिंग क्या है सर्च इंजन रिजल्ट पेज में किस जगह आपका ऐड दिख रहा है, जितना ऊपर आपका ऐड रहेगा उतना ही बेहतर आपको अपने ऐड से फायदा मिलेगा. Ad Rank को देखने के लिए एक फार्मूला होता है जिससे पता किया जाता है आपके ऐड की रैंकिंग क्या है आप नीचे दिए गए फ़ॉर्मूले से आसानी से अपने ऐड की रैंकिंग देख सकते है |
Ad Rank = Q.S * Max Bidding
2. Bidding
Google Ads बिडिंग सिस्टम पे काम करता है यानी जो जितना पैसा देना उसका ऐड उतना ही ऊपर दिखाया जाएगा यह एक तरह की बोली होती है जिसमे सभी अपने-अपने ऐड को दिखाने के लिए बोली लगाते है आपके पास तीन विकल्प होते है जिसमे से एक तरह की बिडिंग का आपको चयन करना होता है |
- CPC (Cost Per Click)- आपको एक क्लिक के हिसाब से पैसा देना होगा
- CPM(Cost Per Mille)- आपको 1000 इम्प्रैशन में पैसा देना है जब 1000 लोग ऐड देख ले
- CPE (Cost Per Engagement)- जब आपके ऐड पे कोई पहले से निर्धारित एक्शन करता है तब आपको पैसे देने होते है
3. Campaign Type
आपको पेड ऐड चलाने से पहले कैमपेंन का प्रकार सेट करना बहुत जरूरी है मुख्य 3 तरह के कैमपेंन होते है और कुछ 6 प्रकार के होते है जिसके बारे में हमने विस्तार से बात की है |
- Search Ad- Text Ad ये गूगल के सर्च रिजल्ट पेज पे दिखती है
- Display Ad- इमेज बेस्ड ऐड होते है जो गूगल डिस्प्ले नेटवर्क्स के वेब पेज पे दिखाए जाते है
- Video Ad- यूटूब पे दिखाए जाते है
4. Click-Through Rate
इसमें ये दर्शाया जाता है की आपके ऐड पे कितने क्लिक्स आए है और ये आकड़ा % में होता है जिससे आपको पता चलता है आपके ऐड में कितने प्रतिशत लोगो ने क्लिक किया है और कितने लोगो ने बिना क्लिक के वापस हो गये है | हाई CTR क्वालिटी ऐड को दर्शाता उसी के साथ ये भी पता चलता है आपने सही कीवर्ड का प्रयोग किया है |
5. Conversion Rate
CVR आपके लैंडिंग पेज में आये हुए विजिटर के सब्सक्रिप्शन का अनुपात दिखता है | अधिक CVR एक बेहतर और सही लैंडिंग पेज को दर्शाता है| जितना बेहतर लैंडिंग पेज होगा उतना ही यूजर को अच्छा अनुभव प्राप्त होगा और उतना अच्छा आपना CVR होगा है |
6. Display Network
गूगल या तो आपके ऐड को अपने सर्च रिजल्ट पेज पे दिखाएगा या फिर वो अपने वेब पेज या पार्टनर वेबसाइट पे दिखाएगा इसमें टेक्स्ट ऐड और इमेज दोनों तरह के एड्स दिखाए जाते है सबसे पॉपुलर इसे डिस्प्ले और शॉपिंग एड्स के लिए माना जाता है |
7. Ad Extensions
ऐड एक्सटेंशन आपको बिना किसी शुल्क के अधिक जानकारी इक्कठा करने का अवसर देता है ये एक्सटेंशन में आप इन 5 में से एक का फायदा दे सकते है – Sitelink, Call, Location, Offer, or App.
8. Keywords
जब भी यूजर गूगल पे कोई भी कीवर्ड सर्च करता है जो आपके ऐड से मिलता-जुलता है ऐसे में अगर अपने ऐड में वो कीवर्ड डाला है तो आपका ऐड गूगल उसे दिखाएगा. कीवर्ड की मदद से हम अपना ऐड सिर्फ उन्ही लोगो को दिखा सकते है जिन्हें सच में हमारे प्रोडक्ट को ले सकते है |
Negative Keyword- ये उन कीवर्ड की लिस्ट होती है जिन्हें यदि यूजर सर्च करे तो आपका ऐड उसे न दिखाया जाए
9. PPC
PPC (Pay Per Click) एक तरह के विज्ञापन का प्रकार है जिसमे जो भी अपना विज्ञापन चलाता है उसे क्लिक के हिसाब से पैसे देने पड़ते है Google Ads में कोई अलग से इसको लिखा गया लेकिन अधिक्तर सामान्य एड्स इसी मॉडल में चाहए जाते है |
10. Quality Score
इससे यह पता चलता है आपका ऐड कैसा है जितना बेहतर आपका क्वालिटी स्कोर होगा इससे यह माना जाएगा आपका ऐड भी उतना ही बेहतर है. ये बहुत भी विशेष फैक्टर है जिससे आपकी रैंकिंग पे भी बहुत ज्यादा असर पड़ता है साथ ही साथ इसी पे आपका CTR (Click Through Rate) भी निर्भर करता है |
गूगल एड्स और एडसेंस में क्या अंतर है? (What is the difference between Google Ads and Adsense?)
यह दोनों ही गूगल के ही प्लेटफॉर्म है लेकिन दोनों का काम अलग-अलग है गूगल एड्स एक ऐड नेटवर्क है झा लोग अपने एड्स को देते है वही गूगल एडसेंस की बात की जाए तो यह वेबसाइट/ऐप/यूटूब चैनल अप्रूवल लेते है जिससे उनके प्लेटफॉर्म में एड्स चल सके और उससे उन्हें पैसे आ सके –
Google Ads | Google Adsence |
1. ये एडवरटाइजर के लिए है | 1. ये पब्लिशर के लिए है |
2. बिज़नस को बढ़ाने के लिए प्रचार करते है | 2. अपने ब्लॉग/वेबसाइट आदि को मोनेटाइज करवाते है |
3. पैसे देने पर हमारा विज्ञापन दिखाया जाता है | 3. अपने प्लेटफॉर्म में प्रचार दिखाने के पैसे मिलते है |
4. कई तरह के प्रचार बना सकते है | 4. कई तरह के प्रचार दिखा सकते है |
आपके एड्स क्यू नही चलते? (Why Your Google Ads Not Performing?)
ऐसे बहुत से कारण है जिससे आपका ऐड नही चल पाता या फिर आपको अच्छे रिजल्ट नही मिल पाते | बात करते है कुछ कॉमन गलतियों की आप करते है
- सही keywords नही लिखते जिससे सही लोगो तक ऐड पहुच ही नही पाता
- आपका quality स्कोर बहुत लो होता है
- लैंडिंग पेज बहुत ख़राब बना होता है
- लोकेशन, भाषा या फिर ऐड टाइप रेलेवेंट नही होते
- सही ऑडियंस का चयन नही कर पाते
गोल्स के प्रकार (Types Of Goals)
7 तरह के goals होते है लेकिन आप बिन goals के भी कैम्पेन बना सकते है
- सेल्स (Sales)
- लीड्स (Leads)
- वेबसाइट ट्रैफिक (Website Traffic)
- Product and Brand Consideration
- Brand awareness and Reach
- App Promotion
- Local Store Visits and Promotions
गूगल एड्स में अकाउंट कैसे बनाये (Create Account On Google Ads)
step by step समझते है गूगल एड्स में अकाउंट कैसे बनाये लैपटॉप और फ़ोन दोने में एक ही तरह से बनता है
- गूगल में Google Ads सर्च करे फिर गूगल की साईट देख कर क्लिक करे
- या आप Google Ads को गूगल प्रोडक्ट से भी खोल सकते है
- या फिर आप Google Ads इस लिंक में क्लिक करके सीधे खोल सकते है
- sign up में क्लिक करेंगे
- new account में क्लिक करके email दाल देंगे
- वेरिफिकेशन होगा उसे email खोलकर कर ले
- तीन आप्शन दिखेंगे कॉल साईट करके लेट में छोटा सा लिखा होगा
- switch to expert mode में आप क्लिक कर देंगे
- आपका डैशबोर्ड खुल जायगा
- अब आप अपने हिसाब से सेटिंग कर सकते है
- नये नये एड्स बना सकते है
कैम्पेन कैसे बनाये (How To Set campaign)
step by step जानते है कैम्पेन कैसे बनाते है सेट कैसे कैसे करते है
- Google Ads का डैशबोर्ड खोल ले
- New campaign में क्लिक करे
- goal सेटिंग करले
- अपने ऐड के टाइप को चुन लें
- डिटेल्स भरे
- कैम्पेन का नाम लिखे
- बिट चुने कौन सी रखना चाहते है
- बजट और डेट सेट करे
- नेटवर्क और लोकेशन चुने
- भाषा चुन लेंगे
- ग्रुप का नाम लिख दे
- Audience चुन ले
- keyword डाले
- topic चुने
- प्लेसमेंट चुन ले
- बिडिंग सेट कर ले
- वीडियो लगा कर
- Create campaign में क्लिक करदे
- पेमेंट मांगेगा आप अपने हिसाब से पेमेंट मैथड चुन कर
- पेमेंट करे
- थोड़ी देर गूगल आपका ऐड दिखाने लगेगा
कुछ डिटेल्स कम या ज्यादा भी हो सकती है अगर आप किसी और goal या टाइप को चुनते हो लेकिन ज्यादा तर डिटेल्स यही रहेंगी
FAQ Related to Google Ads
Google Ads अकाउंट सस्पेंड होने पे क्या करे?
जब Google Ads किसी का अकाउंट सस्पेंड करता है तो मेल के जरिए उसकी वजह भी बताता है आप उन वजहों को पढ़े और अपने अकाउंट में उन चीजो का सुधार करे और फिर अपील फॉर्म भरके भेजे (अपील फॉर्म में अकाउंट से जुडी सभी जानकारी दे जो भी उसमे पूछा जा रहा हो उसको विस्तार से बताए) अगर आपने अपने अकाउंट से वो उन गलतियों को सही कर दिया होगा तो आपका अकाउंट Google Ads फिरसे चालू कर देना |
गूगल एड्स ऑक्शन क्या है?
ऑक्शन को अगर साधारण भाषा में समझे तो ये एक तरह की बोली होती है जिसमे ये तय होता है किसका ऐड ऊपर दिखेगा और किसका बीच में और किसका नीचे, इसमें ये भी तय होता है किसको कितना पैसा देना होगा अपना ऐड को ऊपर दिखाने के लिए तीन चीजे इसमें महत्व रखती है | 1. Quality Score 2. Bidding 3. Ad Ranking
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