end to end encripted

end to end encripted meaning in hindi

बहुत तेजी से हर चीज देखते ही देखते ऑनलाइन होती जा रही है पहले लोग बाजार जाकर कपड़े खरीदते थे अब उनके फ़ोन में ही पूरी बाज़ार आ गयी पहले लोग खाना खाने होटल जाते थे आज होटल का खाना घर आ जाता है पहले लोगो की पर्स चोरी होती थी आज लोग ऑनलाइन पैसे चुरा लेते है बहुत तेरी से सब डिजिटल हो रहा है पहले लोग चिट्टी भेजते थे आज ऑनलाइन चैट करते है लेकिन हर बदलाव में कुछ अच्छा होता है तो कुछ बुरा भी होता है किसी चीज का एक पहलू फायदेमंद होता है तो दूसरे में उससे कुछ नुकसान भी होते है इस डिजिटल दुनिया में end to end encripted या फिर Encryption क्या है आज हम इसी के बारे में बात करेने क्या है कैसे काम करता है इसके फायदे और नुकसान क्या है

कैसे ये आपके डाटा को हैक होने से बचाता है इससे किस तरह हमारा डाटा सेफ रहता है आपको ये सब जानना क्यू जरूरी है आपका इससे क्या फायदा इन्ही सब के बारे में आज मै आपको बताने वाला हू तो चाहिए शुरू से शुरू करते है |

इंड टू इंड एन्क्रिप्टेड क्या है? (What is end to end encripted?) 

इसका मतलब है एक छोर से दूसरे छोर तक डाटा को कोड करके रखना| इसको सरल भाषा में समझते तो जब हम ऑनलाइन चैट करते है किसी डाकूमेंट, फोटो, वीडियो ऑडियो टेक्स्ट भेजते है तो उसके कोई तीसरा इंसान न पढ़ सके और न ही हैक कर सके | जब कोई कुछ डाटा एक डिवाइस से दूसरी डिवाइस में भेजता है तो उसे बीच में हैकर हैक करके पढ़ न सकते इसी लिए इसका प्रयोग किया जाता है

उदाहरण से समझते है –

  • आपने किसी को ऑनलाइन massage किया “Hello”
  • अब इसको को वो code में बदल देगा जैसे “16@!4”
  • जब massage सामने वाले के फ़ोन में पहुच जायगा तब वो वह फिरसे इस कोड को डिकोड करेगा
  • और उसे “Hello” दिखा देगा है
  • अगर बीच में कोई हैकर हैक भी करता है तो यूज़ कोड दिखेगा जिसे वो समझ नही पायगा की इसमें क्या लिखा है

ये technic हजारो साल से चली आ रही है पहले भी सीक्रेट और जरूरी खबरों को कोडिंग में बताया जाता था जिससे अगर कोई जासूस या फिर तीसरा इंसान बाते सुन रहा हो तो उसे समझ न आ सके

आज भी इसका प्रयोग गैर क़ानूनी काम में होता है या फिर फ़ौज में या किसी मिशन में कोड से ही बाते की जाती है जिससे दुश्मन उनका प्लान न जान सके

ठीक उसी तरह अब सब ऑनलाइन हो गया है तो बहुत से लोग हमारी जानकारी को न चुरा ले इसी वजह से Encryption का प्रयोग होता है

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कूटलेखन के प्रकार (Types of Encryption)

इसके कोई प्रकार नही होते है लेकिन ये दो फैक्टर में काम करता है तो कहने के लिए उन्हें प्रकार कहा जाता है लेकिन लिखित में इसके अभी तक प्रकार नही है आने वाले समय में इसके प्रकार बन भी सकते है क्युकी ये टेक्नोलॉजी को बनाया गया है और इसकी 100% सम्भावना है की आने वाले समय में इससे बेहतर टेक्नोलॉजी बनाई जाए या फिर इसे अपडेट करके इसके प्रकार बनाये जाए

इसके key के प्रकार 

दो तरह की key का इसमें इस्तमाल होता है –

  1.  Private Key
  2. Public Key
  • प्राइवेट key और पब्लिक key ये ये दोनों डिवाइस में होता है एक जो डाटा भेजता है और दूसरा जो डाटा प्राप्त करता है
  • इसमें डिकोड करके का फार्मूला लिखा होता है
  • जब पब्लिक key से किसी डाटा को कोड लिया जाता है वह प्राइवेट key से खुलता है
  • जब प्राइवेट key से कोड होता है तो वह पब्लिक key से खुलता है

एन्क्रिप्शन का इतिहास (History of Encryption)

First

  • end to end encryption सबसे पहले 2013 में सिग्नल (Signal) द्वारा लांच किया गया
  • इसमें voice call, vedio call, text massage आदि चीजों की सुरक्षा दी गयी

Second

  • उसके बाद 5 अप्रैल 2016 को whatsapp ने घोषणा की की उसने end to end encripted/Encryption पे काम पूरा कर लिया है
  • whatsapp भी एन्क्रिप्शन की सुरक्षा देगा
  • न तो whatsapp खुद किसी के massage पढ़ेगा और न ही हैकर पढ़ पायगा

काम कैसे करता है (How does end to end encripted /Encryption work)

step by step समझते है ये काम कैसे करता है –

  1. ये दोनों key generate करता है दोनों पेज पर (Sender & Receiver)
  2. पहला प्राइवेट और दूसरा पब्लिक
  3. जब कोई massage भेजता है तो वो public key से encryption हो जाता है
  4. वो massage सबसे पहले पहुचता है whatsapp के सर्वर पर
  5. जैसे ही रिसीवर ऑनलाइन आयगा तुरंत उसे वो massage भेजकर सर्वर अपने पास से डिलीट कर देता है
  6. उस रिसीवर के पास पहले से प्राइवेट key होती है
  7. अब ऑटोमेटिक उस key से दिस्क्रिप्त हो जायगा
  8. और original massage दिखने लगता है

क्या एन्क्रिप्शन 100% सुरक्षित है (Is encryption 100% secure)

ये सवाल बहुत से लोगो के मन में चलता है की क्या end to end encripted/Encryption पूरी तरह से हमारे डाटा को सुरक्षित रखता है

  • तो ऐसा नही हैं क्युकी ऐसी पहले कुछ घटनाये हो चुकी है जिससे ये 100% सुरक्षित नही है
  • इंटरनेट एक मशीन है और मशीन में खामियाँ खराबी तो आती ही रहती है

पहली हैकिंग

  • 2019 में ऐसी ही एक खामी इसमें आ गयी थी
  • जिसमे हैकर whatsapp की और्डियो के जरिये पूरा फ़ोन हैक कर लेते थे
  • वो में Spyware नाम का सॉफ्टवेर install करवा देते थे
  • और फिर पूरा फ़ोन हैक कर लेते थे
  • Spyware एक ऐसा सॉफ्टवेर है जिससे किसी के भी फ़ोन की स्क्रीन हैक की जा सकती है
  • इसमें सामने वाला सबकुछ देख सकता की आप क्या क्या अपने फोन में कर रहे हो

दूसरी हैकिंग

  • ये हैकिंग भी 2019 में ही हुई थी
  • इसमें Whatsapp का massage बदलकर दूसरा massage भेज देते थे
  • जैसे आपने किसी को massage किया “Hello”
  • अब हैकर उस massage को बदल कर कुछ भी भेज सकता है
  • फोटो भी बदल सकता है
  • इसमें आपके ग्रुप में जो लोग ऐड नही वो भी massage कर सकते थे

Importent

  1. Encryption से हमारा डाटा 100% सिक्योर है ये हम नही कह सकते
  2. लेकिन हमारा बहुत हद तक सिक्योर है
  3. घबराने वाली बात नही है क्युकी अगर ऐसी कोई हैकिंग होती भी है
  4. तो उसके लिए बहुत से सॉफ्टवेर काम करते है ऑटोमेटिक क्रेश हो जाता है
  5. अपनी खास जानकारी कोशिस करे की ऑनलाइन न दे
  6.  हैकिंग करना इनता आसान नही है इसमें पूरी एक टीम लगती है
  7. और हैकिंग को रोकने के लिए भी बहुत से साइबर सेल काम कर रहे है

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क्या end to end encription सुरक्षित है?

एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को सुरक्षित माना जाता है क्योंकि यह उन पार्टियों की संख्या को कम करता है जो एन्क्रिप्शन में हस्तक्षेप करने या तोड़ने में सक्षम हो सकते हैं।

क्या एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन होने के बाद व्हाट्सएप के मैसेंजर हैक क्र सकते है ?

व्हाट्सएप मैसेंजर पर एंड टू एंड एन्क्रिप्शन की उपस्थिति के साथ कोई भी हैकर आपके संदेशों के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकता है या आपकी बातचीत तक किसी भी प्रकार की पहुंच प्राप्त नहीं कर सकता है

हमे आशा है आपको end to end encripted/Encryption समझ में आया होगा हमारा हमेशा से यही प्रयाश रहता है आपको पूरी जानकारी दी जा सके जिससे आपको कही और जाने की जरूरत न पड़े अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमे कमेंट पे पूछ सकते है

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