क्या आप जानते है की Black Hat और White Hat SEO (Technique) क्या है? दोनों में क्या अंतर होता है दोनों में कौनसा अच्छा माना जाता है और किसे ख़राब माना जाता है यदि एक ख़राब माना जाता है तो फिर उसका प्रयोग लोग क्यों करते है वेबसाइट में इनकी जरुरत क्यों पड़ती है इनके फायदे नुक्सान क्या-क्या ऐसे तमाम सवालों के जवाब शायद आपको नही मालूम होंगे लेकिन यदि आपकी कोई वेबसाइट/ब्लॉग है या आप बनाने की सोच रहे है तो आपको उससे पहले ये सब जानना बहुत जरूरी है क्युकी बगैर इसके जाने यदि आप वेबसाइट पे काम करते है तो हो सकता है जाने अनजाने आप वो काम भी कर जाए जिसे इन्टरनेट की दुनिया गैरकानूनी/अपराध है |
बहुत से लोग वेबसाइट बनांते है और उसपर दिनरात काम करते है लेकिन उसने निराशा के सिवा और कुछ भी हासिल नही होता इसकी एक वजह बहुत बड़ी वजह ये भी हो सकती है की आपने अपनी वेबसाइट में जानकार या फिर अनजाने में ऐसी किसी तकनीक का प्रयोग किया है जिसे अपराधिक या गैरकानूनी माना जाता है जिससे आपके द्वारा की जा रही मेहनत बर्बाद हो रही है इसी लिए आपको ये सब जानना अत्यंत आवश्यक हो गया है जिससे आपको भविष्य में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े |
मुझे पता है आप इनके बारे में ज्यादा कुछ नही जानते लेकिन आप इसे जानने में इच्छुक है इसी लिए मै आपको इस लेख में Black Hat और White Hat (SEO) Technique बिलकुल शुरू से एक एक चीज विस्तार से बताउगा जिससे आप बहुत आसानी से इस महत्वपूर्ण विषय को पूरा समझ और सीख ले | आपको बस ध्यान से इस लेख को अंत तक पूरा पढना है जिससे आप बिना कुछ मिस किए इसे समझ सके |
चलिए बिना किसी देरी के फटा-फट से सबसे पहले जानते है की Black Hat (SEO) Technique क्या है ?
ब्लैक हैट (एस.ई.ओ) तकनीक क्या है? (What is Black Hat (SEO) Technique?)
सर्च इंजन के नियमो का उलंघन करके गलत तकनीक का प्रयोग करके किसी भी वेबसाइट को सर्च इंजन रिजल्ट पेज में रैंक करवाना ही Black Hat (SEO) Technique कहलाता है | इसमें Google द्वारा बनाए गए अल्गोरिथेम का उल्लंघन करके सिर्फ उसके Bots को ध्यान में रखकर काम किया जाता है |
इसका मुख्य उदेश्य वेबसाइट को कुछ भी करके SERP (Search Engine Result Page) पे सबसे ऊपर रैंक करना होता है | Black Hat SEO सिर्फ Search Engine क्र Robots को ध्यान में रखकर किया जाता है इसमें कई तरह की तकनीको का सहारा लिया जाता है जिसके बारे में हम नीचे एक एक करके बात करेंगे |
यदि हम सरल शब्दों में Black Hat (SEO) Technique को समझे तो आप इसे ये कह सकते है की Google के अल्गोरिथेम को इगनोर करके सिर्फ वेबसाइट की रैंकिंग बढ़ाने के लिए जिस तकनीक का प्रयोग किया जाता है उसे Black Hat (SEO) Technique कहते है |
Black Hat का अधिकांश प्रयोग उन वेबसाइट के लिए किया जाता है जिनमे गैरकानूनी सामग्री जैसे पोर्न वेबसाइट, आतंकवाद से जुडी वेबसाइट, ऑनलाइन चोरी व हैकिंग वाली साइट्स, कुछ तरह की डाउनलोड वेबसाइट, नई वेबसाइट, जैसी वेबसाइट में होता है | ऐसी साइट्स गूगल बहुत दिन तक सर्च इंजन में नही रखता इन्हें समय समय पर बन किया जाता रहता है | Black Hat से वेबसाइट को SERP में सबसे ऊपर rank तो कराया जा सकता है लेकिन उसे कुछ समय के बाद सर्च इंजन बैन भी कर देते है |
आपने जाना Black Hat (SEO)Technique क्या होती है लेकिन अभी आप इसके फायदे और नुक्सान के बारे में सही तरह से नही जानते होते तो चाहिए जल्दी से ये भी जान लेते है की इसके फायदे नुक्सान क्या होते है |
ब्लैक हैट (एस.ई.ओ) तकनीक के फायदे नुक्सान क्या है? (What are the advantages and disadvantages of Black Hat (SEO) technique?)
Black Hat के फायदे | Black Hat के नुक्सान |
White Hat के अपेक्षा इसमें रिजल्ट्स जल्दी मिलते है |(Fast Result) | इसे गैर क़ानूनी माना जाता है | (illegal) |
इससे कम समय में ज्यादा और बेहतर रिजल्ट मिलते है | (More Result In Less Time) | जब दूसरी वेबसाइट से कंटेंट कॉपी पेस्ट किया जाता है तो SERP में वेबसाइट की रैंकिंग पे फर्क पड़ता है | (Ranking Down) |
Redirect के प्रयोग से विजिटर को किसी विशेष पेज पे भेज सकते है जहा हम विजिटर से कुछ लाभ ले सके | (Take Attention in specific Page) | इनविजिबल टेक्स्ट/हिडन टेक्स्ट का प्रयोग गूगल के अल्गोरिथेम में गलत माना गया है जिससे आपकी वेबसाइट को बैन किया जा सकता है | (Website Can be Ban) |
Black Hat तकनीक का प्रयोग करके वेबसाइट में अधिक से अधिक ट्रैफिक लाया जा सकता है | (More Traffic) | SEO फ्रेंडली वेबसाइट न होने के कारण यूजर का अच्छा अनुभव नही मिलता जिससे वो दोबारा वेबसाइट में विजिट नही करता है | (Poor User Experience) |
Black Hat SEO के प्रयोग से वेबसाइट की SERP में हाई रैंकिंग मिलती है | (High Ranking in SERP) | यह तकनीक गलत मानी जाती है जिसकी वजह से वेबसाइट की रैंकिंग डाउन भी हो सकता है | (Ranking Down in SERP) |
White Hat की तुलना में Black Hat आपको सस्ता पड़ता है (Cheaper) | Black Hat SEO की सभी तकनीक गैरकानूनी है जिससे आपकी वेबसाइट ससपेंड हो सकती है | (Website can Suspend) |
इसमें सर्च इंजन के रूल्स पर नही सिर्फ वेबसाइट की रैंकिंग पे फोकस किया जाता है (Focus Only in Ranking) | सर्च इंजन के नियमो का उलंघन होता है (Search engine rules are violated) |
कम मेहनत करके ज्यादा फायदा पा सकते है (More Profit in less work) | बहुत लम्बे समय के लिए ऐसी वेबसाइट को फायदा नही मिल पाता (Less Profit in Long Term) |
नई वेबसाइट सर्च इंजन में बहुत कम समय में रैंक हो सकती है (New Site rank in SE in less time) | सर्च इंजन को यह पता चलता है की आपने Black Hat की मदद से अपनी वेबसाइट रैंक की है तो आपकी Website Penalize हो सकती है | (Website Can be Penalize) |
पैसे लेकर दूसरी वेबसाइट को Backlinks दे सकते है (Provide paid Backlinks) | यदि हमारी वेबसाइट में सर्च इंजन कोई भी कार्यवाई करता है तो जिसे हमने जिन भी वेबसाइट को हमने बैकलिंक्स दी है उनकी रैंकिंग में भी फर्क आ सकता है (The ranking of another website may also be down.) |
वेबसाइट में ब्लैक हैट (एस.ई.ओ) तकनीक कैसे करे? (How to do Black Hat (SEO) Technique in Website?)
अभी तक आपने जाना की Black Hat SEO क्या है इसके फायदे और नुक्सान क्या क्या है लेकिन क्या आप जानते है इसका इस्तमाल कैसे किया जाता है? आखिर क्या करने से वेबसाइट को Black Hat SEO के श्रेणी में रखा जाता है शायद आपके दिमाग में अब यही चल रहा होगा की ये तो मुझे नही पता की कैसे किया जाता है,
चाहिए फिर आपको नही मालूम की कैसे Black Hat (SEO) Technique का प्रयोग किया जाता है तो मई आपको बताता हू लेकिन मरी सलाह आपको यही रहेगी की आप इसे जानने और सीखने के बाद इसे अपनी वेबसाइट में प्रयोग बिलकुल न करे जितना हो सके इससे बचने की कोशिश करे | एक-एक पॉइंट करके देखते है किन-किन तरीको का प्रयोग करके Black Hat SEO कर सकते है –
1- कीवर्ड स्टफिंग (Keyword Stuffing)
किसी भी कंटेंट में जरुरत से ज्यादा फोकस कीवर्ड का प्रयोग करना Keyword Stuffing कहलाता है | किसी भी कंटेंट में फोकस कीवर्ड 2%-2.5% ही होने चाहिए और रिलेटेड कीवर्ड की संख्या 1-2% के बीच में होनी चाहिए यदि इससे ज्यादा किसी भी कंटेंट में प्रयोग किया जाता है तो ये Keyword Stuffing होती है जिसे सर्च इंजन के नजर में Black hat (SEO) Technique माना जाता है |
2- नकली सामग्री (Duplicate Content)
यदि आप किसी दूसरे की पोस्ट के कंटेंट को अपने पोस्ट में कॉपी करते है और पब्लिश करते है तो आपकी पोस्ट में लिखा हुआ कंटेंट Duplicate Content कहलाएगा और इसे भी Black Hat (SEO) Technique के अंतर्गत ही माना जाता है |
सरल शब्दों में समझे तो किसी दूसरे की वेबसाइट से कंटेंट चुराकर अपनी वेबसाइट में पब्लिश करने को ही डुप्लीकेट कंटेंट कहते है अधिकांश ये नए ब्लॉगर बड़ी बड़ी वेबसाइट के कंटेंट को कॉपी कर अपने में पब्लिश कर देते है जिससे वो कम समय में पापुलर हो जाए लेकिन उन्हें इस चीज के बारे में पता नही होता की इस तरह के कंटेंट को सर्च इंजन कभी भी अपने सर्च इंजन रिजल्ट पेज पे rank नही करते |
3- सामग्री स्क्रैपिंग (Content Scraping)
किसी दूसरे की वेबसाइट का नया कंटेंट अपनी वेबसाइट में डालना कंटेंट स्क्रैपिंग कहलाता है | शायद आप यही सोच रहे होंगे की यही तो डुप्लीकेट कंटेंट में बताया था तो ऐसा नही है दोनों में कुछ अंतर है चलिए विस्तार से इसे समझते है
जब कोई ऐसी न्यूज़, पोस्ट, इमेज या विडियो इन्टरनेट में पुब्ल्सिः होती है जिससे जुडी पोस्ट पहले इन्टरनेट पे नही थी और आप उस पोस्ट को तुरंत कॉपी करके अपने वेबसाइट में पब्लिश कर देंगे तो सर्च इंजन न चाहते हुए भी आपकी पोस्ट को भी SERP में ऊपर रैंक कर देना लेकिन कुछ समय के बाद उसका AI सिस्टम अपने आप डुप्लीकेट कंटेंट को खुजकर उसे SERP में बहुत नीचे रैंक कर देगा |
डुप्लीकेट व स्क्रैपिंग कंटेंट में अंतर (Difference between duplicate and scraping content)
Duplicate Content | Scraping Content |
किसी भी तरह के कंटेंट को कॉपी करके अपने वेबसाइट में पोस्ट करना डुप्लीकेट कंटेंट कहलाता है | | नए और यूनिक कंटेंट जिससे जुड़ी पोस्ट इन्टरनेट पे पहले से न हो उनको कॉपी करके पोस्ट करना स्क्रैपिंग कंटेंट काह्लाता है | |
स्क्रैपिंग कंटेंट को भी हम डुप्लीकेट कंटेंट कह सकते है | | सभी डुप्लीकेट कंटेंट को स्क्रेपिंग कंटेंट नही कह सकते है | |
4- क्लोकिंग (Clocking)
किसी भी वेबसाइट के एक ही पेज को दो पेज दिखाना तथा विजिटर को पहले पेज में Redirect करना जबकि Search Engine के Crawler को दूसरा पेज क्रॉल करवाना की तकनीक को ही Clocking कहते है |
सरल शब्दों में समझे तो किसी भी पोस्ट की SERP में रैंकिंग बढ़ाने के लिए एक ही पोस्ट को दो पोस्ट दिखाना तथा वेबसाइट में आए विजिटर को पहली पोस्ट में पहुचाना तथा क्रौल दूसरे पेज को करवाना एक तकनीक है जिसे Black Hat (SEO) Technique माना जाता है इसमें आपकी पोस्ट SERP में ऊपर रैंक हो जाती है लेकिन यदि सर्च इंजन को यह पता चलता है आपने रैंकिंग के लिए इस तरह की Black Hat तकनीक का प्रयोग किया है तो आपकी पोस्ट को तत्काल सर्च इंजन penalize भी कर देता है |
5- दुर्भावनापूर्ण व्यवहार पृष्ठ (Malicious Behavior Pages)
कुछ वेबसाइट में आपने ऐसा देखा होगा की आप खोलते कोई और वेबसाइट है और खुल कोई और उसके बाद न ही उस वेबसाइट में आपके बैक जाने का आप्शन होता है और न ही उसमे वो चीज आती है जिसके लिए आपने उस वेबसाइट को खोला था बैकग्राउंड में एक स्लाइड चल रही होती है और ऑटोमेटिक कोई सॉफ्टवेयर, डॉक्यूमेंट डाउनलोड हो जाता है या आटोमेटिक बिना क्लिक लिए एड्स खुलकर आज जाते है ऐसे पेजेज को Malicious Behavior Pages कहते है
इस तरह की तकनीक भी Black Hat Technique में आती है और और कोई भी यूजर इस तरह के पेजेज में दोबारा नही जाना चाहता जिससे सर्च इंजन ,में इनकी रैंकिंग कम हो जाती है |
6- लिमिट से ज्यादा इंटरनल लिंकिंग (Exceeding limit internal linking)
जैसा की हम और आप सब जानते है किसी भी चीज को अगर एक लिमिट तक रखा जाए तभी उससे अच्छा रिजल्ट मिल पाता है ठीक उसी तरह इंटरनल लिंकिंग का भी एक अनुपात होता है अगर us अनुपात से ज्यादा किसी पोस्ट में इंटरनल लिंकिंग कर दी जाए तो उसे सर्च इंजन के नजर में Black Hat SEO माना जाता है जिसकी वजह से सर्च इंजन उस पोस्ट की रैंकिंग को ये मान कर कम कर देता है की यह पोस्ट सिर्फ रैंकिंग के उदेश्य से ही लिखी गयी है |
7- भुगतान लिंक क्लिक व समान डोमेन (Paid Link Click & Similar Domains)
बहुत से ऐसे वेबसाइट ओनर भी है जो किसी दूसरे की वेबसाइट का link अपनी वेबसाइट में दे देते है और अपनी वेबसाइट का link उनके वेबसाइट में डलवा देते है सरल शब्दों में समझे तो link की अदला बदली कर लेते है जिससे एक वेबसाइट का ट्रैफिक दूसरे वेबसाइट में चला जाए और दूसरी का ट्रैफिक पहली वेबसाइट में आ जाए | सर्च इंजन की नजर में ये इसे भी Black Hat Technique माना गया है और इस तरह की link को पेड लिंक्स क्लिक बोला जाता है | ऐसे में सर्च इंजन दोनों वेबसाइट की रैंकिंग कम कर सकता है |
बहुत से ऐसे भी वेबसाइट ओनर होते है जो किसी बड़ी या पापुलर वेबसाइट के नाम से मिलते जुलते डोमेन नाम ले लेते है क्युकी उन्हें लगता है ऐसा करने से उनकी वेबसाइट बहुत कम समय में रैंक हो जाएगी क्युकी उन्होंने एक फेमस डोमेन से मिलता जुलता डोमेन लिया है लेकिन असल में इस चीज को सर्च इंजन बखूबी जानता है और ऐसी वेबसाइट को सर्च इंजन कभी अपने SERP पे ऊपर rank ही नही करता |
सिमिलर डोमेन के उधाहरण – Ajio.com की जगह Ajeo.com , Hindivindi.com की जगह hindivandi.com रख देना |
8- . असंबंधित मेटा विवरण (Unmatched Meta Description)
बहुत से लोग जिस टॉपिक पे पोस्ट लिख करे है उससे हटकर मेटा दिस्क्रिप्सन लिख देते है जिससे उन्हें लगता है कुछ अलग से कीवर्ड का उसे कर लेते है जिससे यूजर जब मेटा दिस्क्रिप्सन पड़ता है तो उसको कुछ और समझ आता है और जब वो अंदर कंटेंट को पढता है तो उसे कंटेंट कुछ दूसरे मिलता है जिससे यूजर साईट को लीव कर देता है और इसे सर्च इंजन बहुत ही ज्यादा गंभीरता से लेता है |
जो भी साइट्स ऐसा करती है उनका यूजर एक्स्पीरिएंस ख़राब होने के साथ साथ उनकी रैंकिंग भी कम हो जाती है क्युकी सर्च इंजन इसे Black Hat SEO मानता है साथ ही साथ जिस भी काम से उसके यूजर का अनुभव ख़राब होता है उसे वो तत्काल अपने रिजल्ट पेज से बाहर करता है |
9- सोशल मीडिया स्पैम (Social Media Spams)
लगभग जितनी भी वेबसाइट है आजके समय में सभी के सोशल मीडिया में पेज और अकाउंट बने हुए है और अधिकांश वेबसाइट अपने कंटेंट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में शेयर करती है जिससे उन्हें वह से भी ट्रैफिक मिल सके साथ ही साथ लोग कमेंट करके ये भी बता सके की उन्हें कंटेंट कैसा लगा साथ ही साथ आगे वो किस तरह का कंटेंट पढना चाहते है उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में भी फालोवर बढ़ सके |
लेकिन बहुत से लोग वेबसाइट का link लिमिट से ज्यादा जगह शेयर कर देते है और ये भी एक तरह की Black Hat तकनीक मानी जाती है |
10- लेख स्पिंनिग व प्रतियोगी लेख रिपोर्टिंग (Article Spinning and Reporting Competitor Articles)
बहुत से ऐसे भी कंटेंट क्रिएटर है जो किसी पापुलर वेबसाइट का कंटेंट कॉपी कर लेते है और फिर उसे या तो खुद Rewrite कर देंगे या फिर किसी टूल की मदद से उसे Rewrite करवा कर पब्लिश कर देंगे | सरल शब्दों में समझे तो किसी टूल की मदद से किसी से कंटेंट में कुछ बदलाव करके पब्लिश करना है अर्लिकल स्पिनिंग कहलाता है |
पहली चीज तो इससे कंटेंट की क्वालिटी बहुत ख़राब हो जाती है दूसरी चीज यूजर एक्स्पिरिंस ख़राब होता है और इसे सर्च इंजन Black Hat तकनीक मानता है ऐसे में कंटेंट rank होने के बाद फिर से उसे SERP से हटा दिया जाता है |
जब किसी वेबसाइट की Competitor वेबसाइट जो उससे ऊपर रैंक कर रही है लेकिन उसके कंटेंट में जरुरत से ज्यादा लिंक्स और कीवर्ड ऐड है ऐसे में पहली वेबसाइट उसपर रिपोर्ट कर कर सकती है और यह पूरी तरह से लीगल माना जाता है लेकिन यदि आप बार बार उसपर रिपोर्ट करते है या फिर अन्य वेबसाइट से रिपोर्ट करवाते है तो ये Black Hat (SEO) Technique में उसे शामिल किया जाता है |
11- स्पैम टिप्पणियाँ व ओवर एसईओ ऑप्टिमाइज़ कंटेंट (Spam Comments And Over SEO Optimize content)
अच्छे कमेंट करना व उसपर अपने वेबसाइट का लिंक देना इसे भी एक तरह की Backlink माना जाता है और इसे वाइट हैट एस.ई.ओ माना जाता है लेकिन जब सिर्फ ट्रैफिक पाने के लिए दूसरी वेबसाइट में कमेंट करना और बार बार अपनी वेबसाइट के अलग अलग URL को कमेंट पे डालना Black Hat SEO माना जाता है और ज्यादा ऐसा करने पे आपकी वेबसाइट की पोस्ट penalize भी हो सकती है |
बहुत ज्यादा एस.ई.ओ का प्रयोग करने से भी आपकी वेबसाइट को नुक्सान हो सकता है क्युकी ये भी Black Hat (SEO) Technique माना जाता है जैसे-
जरूरत से ज्यादा आपने अपनी पोस्ट पे कीवर्ड यूज़ कर लिए या फिर इमेज और विडियो ज्यादा डाल दिया या आपने tags जरूरत से ज्यादा आपने लगा दिए लिंक्स बहुत से लगा दिए ये सब चीजे ओवर एसईओ ऑप्टिमाइज़ कंटेंट में शामिल होती है और इसे Black Hat तक्लीन माना जाता है इससे वेबसाइट को काफ़ी नुक्सान हो सकता है |
12- कुछ अन्य तरीके जिनको ब्लैक हैट तकनीक माना जाता है (Some Other Methods That Are Considered Black Hat Techniques)
- डाटा की गलत संरचना
- Rich Snippet का गलत तरह से प्रयोग
- यूजर को गलत पेज में Redirect करवाना
- इनविजिबल लिंक्स को भी Black Hat SEO माना जाता है
- Link Schema का गलत प्रयोग या लिमिट से ज्यादा प्रयोग
- लो क्वालिटी कंटेंट और हाई लिंकिंग और शेयरिंग
ब्लैक हैट का प्रयोग करे वाली वेबसाइट पे रिपोर्ट कैसे करे? (How to report a website using Black Hat?)
यदि आप यहाँ तक पढ़ चुके है तो मै आपको धन्यवाद देता हू क्युकी आप अपने काम के लिए बहुत ही सच्ची निष्ठा से ध्यान दे रहे है तो चाहिए अब इतना सब जानने के बाद ये भी फटा फट से जान लेते है की कैसे आप उन वेबसाइट पे रिपोट कर सकते है जो Black Hat SEO का प्रयोग करती है
किसी भी वेबसाइट पे रिपोर्ट करना बहुत ही आसान है सबसे पहले आप देखे वो वेबसाइट में Black Hat SEO का प्रयोग किया गया है या नही यदि उसमे Black Hat Technique का प्रयोग किया है तो Search Engine Result Page पे उस वेबसाइट के ठीक ऊपर Feedback का आप्शन होगा आप वहा क्लिक करके आसानी से रिपोर्ट कर सकते है |
वाइट हैट (एस.ई.ओ) तकनीक क्या है? (What is White Hat (SEO) Technique?)
सर्च इंजन द्वारा बनाए गए नियमो का पालन करना उनके अनुकूल काम करना जिससे SERP वेबसाइट की रैंकिंग बढ़ सके उसे वाइट हैट एस.ई.ओ कहते है |
समय-समय पर गूगल के नियमो (Algorithm) में बदलाव होते रहते है उन बदलाव के अनकूल अपनी वेबसाइट को ढालना और पुराने नियमो का पालन करना ही White Hat SEO है | इसे हम सरल भाषा में समझे तो अपनी वेबसाइट को गूगल के रिजल्ट पेज में ऊपर रैंक कराने के लिए सही तरह से नियमो का पालन करने को ही white Hat बोलते है इसमें अलग अलग तरह के छोटे बड़े 200 के लगभग नियम है जिनका ध्यान वेबसाइट में रखना होता है |
जिन वेबसाइट में इसका पूरी तरह प्रयोग होता है वह साइट्स गूगल की नजर में बहुत उत्तम मानी जाती है साथ ही साथ इन्हें SERP में ऊपर रखा जाता है जिससे इनके पास ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक आता है |
वेबसाइट के लिए वाइट हैट एस.ई.ओ क्यों जरूरी है? (Why is white hat SEO necessary for a website?)
वेबसाइट के लिए white hat seo क्यों जरूरी है इसको जानने से पहले हमे ये जानना भी जरूरी है की की white Hat SEO क्या है जिसे हमने ऊपर अच्छे से समझ लिया है अब देखते है ये आखिर जरूरी क्यों है |
किसी भी वेबसाइट को कोई इसी लिए बनाता है की उससे पैसे कमाए जा सके साथ ही साथ उसे टॉप पे पहुचाया जा सके उसकी ब्रांडिंग की जा सके और ये सब करने के लिए पाने के लिए हमे उन चीजो में सही तरह से काम करना होगा उन्हें समझना होगा उनके अनुकूल काम करना होगा जिससे जो हमने सोचा है उसपे हमे सफलता मिल सके|
ठीक इसी प्रकार हम अगर अपनी वेबसाइट से अच्छा पैसा कमाना चाहते है उससे लम्बे समय तक के लिए SERP के टॉप पे रैंक कराना चाहते है तो हमे वेबसाइट में ट्रैफिक लाना चाहते है है तो हमे उन नियमो का पालन करना होगा जिससे हम अपनी वेबसाइट को सफल बना सके और उन नियमो का सही तरह से पालन करना ही White Hat SEO है इसी लिए वेबसाइट के लिए वाइट हैट एस.ई.ओ जरूरी है |
ब्लैक हैट और वाइट हैट में क्या अंतर है? (What is the difference between Black Hat and White Hat?)
no. | White Hat | Black Hat |
1. | इसे सर्च इंजन सही मानता है | इसे सर्च इंजन गलत मानता है |
2. | इससे वेबसाइट रैंक कराने में ज्यादा समय लगता है | इससे वेबसाइट रैंक कराने में कम समय लगता है |
3. | लम्बे समय के लिए इससे फायदा मिलता है | बहुत कम समय के लिए इससे फायदा मिलता है |
4. | white hat का सही वेबसाइट में इस्तमाल होता है | अधिक्तर गलत कामो में Black Hat का इस्तमाल होता है | |
ब्लैक हैट और वाइट हैट एस.ई.ओ के परिणाम क्या-क्या होते है (What are the results of Black Hat and White Hat SEO)
यदि आप अपनी वेबसाइट में Black Hat का प्रयोग करते है तो आपको दूसरे परिणाम देखने को मिलेंगे और यदि आप White Hat का प्रयोग करते है तो आपको दूसरे परिणाम देखने को मिलेंगे चलिए देखते है दोनों में क्या क्या परिणाम आपको देखते को मिलेंगे |
यदि आप White Hat का प्रयोग अपनी वेबसाइट में करते है तो आपको अपनी वेबसाइट को रैंक कराने में समय जरुर लगेगा लेकिन भविष्य में आपको उससे अच्छा खासा लाभ भी होगा और आपको कभी ये दर नही रहेगा की आपकी साईट बैन या penalize हो सकती है साथ ही साथ जब आपकी साईट टॉप पे जाएगी तो आपको अच्छा खासा पैसा भी आएगा |
यदि आप Black Hat का प्रयोग अपनी वेबसाइट में करते है तो आपको शुरुआत में तो अच्छे रिजल्ट देखने को मिल सकते है लेकिन इसका नुक्सान आपको लम्बे समय में देखने को मिलेगा और आपकी वेबसाइट को कभी भी सर्च इंजन अपने रिजल्ट पेज से बाहर कर सकता है |
Black Hat White Hat SEO में हमारी राय
हम आपको हमेशा सिर्फ वही सलाह देंगे जिससे आपका फायदा हो और आपके लिए सही हो यदि आप Black Hat और White Hat में हमारी राए की बात करे तो हम हमेशा यही सलाह देंगे की आप Black Hat SEO से जितना हो सके दूर रहे और हमेशा White Hat SEO का प्रयोग करे जिससे आपको भविष्य में फायदा हो और आप भी एक सफल ब्लॉगर बन सके | किसी तरह का यदि आपने मन में सवाल है या सुझाव है जो आप हमे देना चाहते है तो आप कमेंट में पूछ सकते है या फिर हमे मेल कर सकते है |
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FAQ Related To Black Hat & White Hat SEO
SEO Technique कितने प्रकार की होती है?
तीन तरह की SEO Technique होती है
1. Black Hat
2. White Hat
3. Gray Hat
Gray Hat Technique क्या है?
जिन वेबसाइट में Black Hat और White Hat दोनों का प्रयोग किया जाता है उसे Gray Hat कहते है |